Sacroiliac Join (SI) Injection Description in Hindi

23
Sep

Sacroiliac Join (SI) Injection Description in Hindi

सैक्रायलियक जॉइंट इंजेक्शन क्या होता है?

सैक्रायलियक हमारे शरीर के जोड़, रीढ़ और कूल्हे की हड्डी के बगल में स्थित होता है। यह मनुष्य के शरीर में सबसे महत्वपूर्ण जोड़ों में से एक होता है। यह हमारे बैठने और खड़े होने की स्थिति को संभालता है, इसलिए इस जोड़ में कोई भी सूजन या खिंचाव होने पर बहुत कष्टदाई दर्द का अनुभव होता है।

सैक्रायलियक ज्वाइंट इंजेक्शन या एसआई जॉइंट ब्लॉक निचले कमर दर्द या सियाटिका और सैक्रायलियक ज्वाइंट डिस्फंक्शन से संबंधित किसी भी परेशानी का निदान और उपचार करने में मदद करता है।

 

बीमारी के लक्षण क्या है?

  • पीठ के निचले हिस्से में एक या दोनों तरफ दर्द होना।
  • कूल्हे, जांघों के किनारों, नितंब और कमर तक दर्द महसूस होना।
  • पीठ के निचले हिस्से, कूल्हे, नितंब और कमर में अकड़न या कठिनाई महसूस होना।
  • सीढ़ियां चढ़ने उतरने में परेशानी होना।
  • दर्द की तीव्रता का बेहद अधिक होना।
  • झुनझुनी होना।
  • खेलकूद, दौड़ना, सीढ़ियां चढ़ना या वजन उठाते समय दर्द की तीव्रता का बढ़ जाना।
  • कमर के जोड़ों में अस्थिरता महसूस होना। खड़े या चलते समय व्यक्ति संतुलन खो सकता है।

यदि इनमें से कोई भी लक्षण आपको नजर आता है तो इसे नजरअंदाज ना करें। यह सैक्रायलियक जॉइंट रोग संबंधी दर्द हो सकता है।  इसे गंभीरता से लें और इसका उपचार कराएं।

 

बीमारी का कारण क्या है?

शरीर में मौजूद दूसरे जोड़ों की तरह सैक्रायलियक जोड़ में भी लंबे समय तक अधिक काम करने की वजह से या फिर उच्च दबाव के कारण परेशानी जन्म ले सकती है।  यह बीमारी बढ़ती उम्र के साथ भी सामने आ सकती है। जोड़ों की दर्द की प्रवृत्ति स्पष्ट रूप से बढ़ जाती है जिससे कि जोड़ों में समस्या होने लगती है।

इसके अलावा भी कुछ विशिष्ट कारण हो सकते हैं जो कि सैक्रायलियक जोड़ों की शिथिलता और संबंधित दर्द की संभावना को बढ़ा देता है -

  • चाल - पैरों में विकासात्मक विषमता हो जाना, असमान पैर की लंबाई, स्कोलियोसिस आदि परेशानियों से जोड़ों पर अत्यधिक दबाव पड़ सकता है जिससे कि दर्द उभर सकता है।
  • गर्भावस्था और प्रसव - वजन बढ़ना, हार्मोनल चेंज, श्रोणि परिवर्तन के कारण अस्थाई दर्द हो सकता है। जो आमतौर पर बच्चे के जन्म के बाद खत्म हो जाता है, लेकिन अगर प्रसव के समय कोई नुकसान होता है तो यह दर्द बना रह सकता है।
  • सर्जरी - पिछली पीठ के निचले हिस्से की सर्जरी भी पीठ के जोड़ों को ट्रिगर कर सकती है। मल्टीलेवल फ्यूजन स्पाइन सर्जरी, ज्वाइंट रिप्लेसमेंट, इलियाक बोन ग्राफ्ट सर्जरी के बाद जोड़ों का दर्द उठ सकता है।
  • लंबे समय तक खड़े रहना, खेल के संपर्क में रहना जैसे कि रग्बी, फुटबॉल, मुक्केबाजी, कराटे आदि श्रम दैनिक कार्यों से एसआई जोड़ पर दबाव पड़ सकता है, जिससे कि दर्द उभर सकता है।

यह सैक्रायलियक दर्द के मुख्य कारण है जिनकी वजह से आपको यह दर्द परेशान कर सकता है।

 

इस बीमारी का उपचार कैसे किया जाता है?

सबसे पहले मरीज को एक टेबल पर नीचे की ओर मुंह करके लेटा दिया जाता है। उसके बाद पीठ के निचले हिस्से, नितंबों की त्वचा को साफ किया जाता है और वहां एक स्थानीय संवेदनाहारी इंजेक्शन लगाया जाता है।

फिर एक्सरे की मदद से चिकित्सक इस क्षेत्र के माध्यम से सीधे आपके सैक्रायलियक जोड़ में इंजेक्शन लगाते हैं। स्थिति की पुष्टि करने के लिए कंट्रास्ट डाई का उपयोग किया जाता है। फिर सुन्न करने वाली दवा और एंटी इन्फ्लेमेटरी कॉर्टिजोन की एक निश्चित खुराक को धीरे-धीरे इंजेक्शन के माध्यम से अंदर डाला जाता है।

सामान्य तौर पर यह प्रक्रिया 30 से 40 मिनट के अंदर समाप्त हो जाती है। 30 मिनट के बाद आपकी पीठ को हिला कर या दबा कर यह पता लगाने की कोशिश की जाती है कि अभी भी दर्द है या नहीं। कुछ समय आराम करने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही चिकित्सक आपको व्यायाम और दवाओं का सेवन करने की भी सलाह देते हैं।

अगले दिन से ही आप अपने सामान्य जीवन को धीरे-धीरे शुरू कर सकते हैं। कुछ दिनों के अंदर ही आपको अपनी सेहत में सुधार दिखने लगता है, लेकिन यदि फिर भी आपको दर्द महसूस होता है तो अपने डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए