Back pain Description In Hindi

14
Jan

Back pain Description In Hindi

बैक पेन यानी की कमर दर्द या पीठ दर्द। इस दर्द में आमतौर पर कमर या पीठ में खिंचाव, अकड़न या दर्द महसूस होता है। उठने, बैठने में दिक्कत होना, झुकने में परेशानी होना। यह दर्दनाक हो सकता है लेकिन आमतौर पर यह दर्द गंभीर नहीं होता है। कमर दर्द के कई कारण हो सकते हैं जिनमें कमर में लचक आ जाना, ज्यादा देर तक बैठकर या झुक कर काम करना आम कारण होते हैं। ऐसी समस्या होने पर मरीज को चाहिए कि उठने बैठने में सावधानी बरतें, वजन ना उठाएं, साथ ही कमर में थोड़ा लचीलापन रखें।

कारण

 

  • कमर में चोट या झटका लगना।

  • मांसपेशियों में खिंचाव होना। 

  • मांसपेशियों में ऐंठन। 

  • लिगामेंट में खिंचाव होना।

  • भारी वजन उठाने मे दर्द महसूस होना।

  • रीढ़ की हड्डी में संक्रमणीय कैंसर की समस्या।

  • लंबे समय तक खड़े रहना, झुके रहना या बैठे रह कर काम करना।

 

परीक्षण

कमर दर्द  के लिए डॉक्टर शारीरिक परीक्षण करते हैं जो कि निम्न प्रकार से जांच करते हैं-

 

  • रीढ़ की हड्डी के मूवमेंट जांचना।

  • खड़े होने पर चलने की योग्यता देखना।

  • पैरों की ताकत जांचना।

  • पैरों में होने वाली सनसनी की क्षमता का पता लगाना।

  • पैरों की ताकत का जांचना।

यदि जांच करने पर डॉक्टर को कोई गंभीर समस्या लगती है तब निम्न प्रकार के टेस्ट किए जाते हैं-

 

  • ब्लड टेस्ट।

  • यूरिन टेस्ट।

  • संक्रमण का संदेह होने पर रीढ़ की हड्डी का एक्सरे।

  • डिस्क, मांसपेशियों, लिगामेंट, तंत्रिकाओं, रक्त वाहिका आदि का सिटी स्कैन और एमआरआई।

  • बोन स्कैन से हड्डियों के उत्तको में असामान्यताएं देखना।

  • इलेक्ट्रोमायोग्राफी नर्व कनेक्शन जांचने के लिए। 

 

बचाव

 

  • नियमित रूप से व्यायाम करें जिससे कि आपका शरीर लचीला बना रहेगा। एरोबिक एक्सरसाइज कमर में खींचाव या झटका नहीं लगने देती है जिसकी वजह से कमर में मजबूती आती है साथ ही स्थिरता बनी रहती है।

  • मांसपेशियों को मजबूत को लचीला बनाने के लिए ऐसे व्यायाम करें जिससे कि आपकी मांसपेशियों को मजबूती मिले। आपकी कमर दर्द के लिए कौन से व्यायाम उचित होंगे इसकी सलाह अपने दर्द चिकित्सक से लें।

  • अपने शारीरिक वजन का खास तौर पर ध्यान रखें। वजन बढ़ने पर कमर दर्द की समस्या आम बन जाती है ऐसे में ध्यान रखा जाए कि शरीर का वजन ज्यादा बढ़ाने नहीं दिया जाए जिससे कि कमर दर्द की समस्या भी उत्पन्न नहीं होगी।

  • अपने बॉडी पोस्चर को सही तरीके से बनाए रखें। ठीक तरीके से खड़े हो, ठीक तरीके से बैठे, कमर को हमेशा सीधा रखें, झुक कर खड़े होने या चलने से रीढ़ की हड्डी में परेशानी हो सकती है। जिसकी वजह से भी कमर दर्द उत्पन्न होता है।

  • वजन उठाने पर अपनी शारीरिक पोस्चर का ध्यान रखें। ज्यादा झुक कर वजन ना उठाएं और अपने घुटनों के बल झुकने की कोशिश करें।

 

उपचार

ज्यादातर कमर दर्द की समस्या घरेलू उपचार से ठीक हो जाती है। मांसपेशियों में दर्द या खिंचाव महसूस होने पर गर्म सिकाई/बर्फ की सिकाई से राहत मिल जाती है। इसके लिए ज्यादा आराम या दवाइयों की जरूरत नहीं पड़ती है। लेकिन जब यह समस्या ज्यादा गंभीर हो जाती है तब हमें अपने दर्द चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए। डॉक्टर आपको दर्द निवारक दवाओं का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं। 

इसके अलावा क्रीम, लेप या मरहम भी दर्द से राहत दिला सकते हैं, जिसकी सलाह भी आपको अपने दर्द चिकित्सक से ही लेना चाहिए। गंभीर कमर दर्द होने पर अपने पेन फिजिशियन के पास जाकर जांच करानी चाहिए और उनकी सलाह से ही इलाज या जैसा वो कहे नॉन सर्जिकल ट्रीटमेंट लेना  चाहिए।