घुटनों के उपचार में दर्द से कैसे बचें?

06
Feb

घुटनों के उपचार में दर्द से कैसे बचें?

आजकल  दैनिक जीवन में इंसान एक उम्र के बाद अक्सर घुटनें में दर्द की समस्या से ग्रसित होते हैं, अधिकतर ये समझा जाता हैं कि हरेक इंसान में ये परिवर्तन स्वाभाविक रूप से प्रकट होते है और इसका ईलाज या सावधानी बरतनी चाहिएं।

अमूमन देखा गया कि जब किसी मरीज को शुरू में घुटने में दर्द होता तो वह कुछ समय के लिए अपने ज्ञान के अनुसार दर्द निवारक उपाय करते हुए खुद ही ईलाज चालू कर देता है, इसके बावजूद यदि दर्द खत्म नहीं होता है तौ वह किसी चिकित्सक से परामर्श लेता है, जहा उसको एक्सरे करवाने की सलाह या कुछ एक्सरसाइज या दवा बताई जाती है। अक्सर देखा गया है कि समंधित डॉक्टर उस एक्सरे को देखकर बताते है कि "गैप आ गया" या "ग्रीस खतम" हो गई,जो की उम्र के अनुसार सबको होता है!

दिलचस्प पहलू ये होता है कि एक्सरे फिल्म में केवल घुटनें के ज्वाइंट में उपस्थित बॉन्स या हड्डी का खिसकना या टूटना, और कोई विशेष संरचना जैसे हड्डी की गांठ नजर आती हैं, लेकिन जनसाधारण भाषा में चिकित्सक द्वारा बताया गैप या ग्रीस का कहना तकनीकी तौर पर दूसरे स्पेशलिस्ट डॉक्टर से भी निश्चित करना चाहिए । एक्सरे में ग्रीस नजर नहीं आती हैं ये कटु सत्य है।
थोड़ी सी समस्या  मे ज्यादातर केसेज में दर्द निवारक,या एक्सरसाइज या आराम से सुधार हो सकता है। लेकिन यदि आपका दर्द और दिनचर्या में कोई भी आराम नही मिलता है तौ उस स्थिति में पेन फिजिशियन डॉक्टर आपको दर्द से आराम के विभिन्न ईलाज करते हुए आपको किसी भी सर्जिकल उपचार से बचा सकते हैं, इन उपचारों में रेडियो फ्रीक्वेंसी, पीआरपी या ग्रोथ फैक्टर, प्रोलोथेरेपी जैसे नवीन तकनीक से आपका घुटनें का दर्द काफी हद तक खतम हो सकता है। साथ ही यह ध्यान रखने की बात है,इस तकनीक से आपके मर्ज का ईलाज के साथ साथ दर्द का भी उचित इलाज होता है।
अक्सर देखा गया है कि इस उपचार से मरीज को बिना किसी ऑपरेशन करवाए दर्द में काफी आराम मिल सकता है बहुत हद तक ऑपरेशन की इमरजेंसी से बचा सकते है।
इस उपचार के साथ साथ यदि मरीज कुछ सावधानियां और दवाई ले, और एक्सरसाइज करें तौ इस दर्द से निजात मिल सकती हैं।
यदि इन सबके उपरांत भी दर्द में कोई आराम नही मिले तो किसी ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन से परामर्श ले,और दर्द की समस्या से निजात पा सकते है।लेकिन ये जरूरी नही की हरेक दर्द के मरीज को रिप्लेसमेंट सर्जरी करवानी चाहिए।
साथ ही मरीज को अपनी स्थिति के अनुसार उचित ईलाज लेना चाहिए।

डा संजय शर्मा
इंटरवेंशनल पेन फिजिशियन
जेपीआरसी न्यूरो स्पाइन सैंटर
जयपुर