Minimally Invasive Technique - Non Surgical Treatment in India

24
Oct

Minimally Invasive Technique - Non Surgical Treatment in India

शरीर में जब भी हमें किसी भी जगह दर्द महसूस होता है तब हम उसे ठीक से समझ नहीं पाते हैं कि दर्द का कारण क्या है। पहले तो हम कुछ समय इस दर्द को घर पर रहकर ही ठीक करने की कोशिश करते हैं लेकिन जब यह दर्द ठीक नहीं होता है और हद से ज्यादा बढ़ जाता है तब हम हॉस्पिटल के चक्कर लगाने लगते हैं। लेकिन उसके बाद भी हमें सही इलाज नहीं मिल पाता है। दोस्तों हर पेन एक जैसा नहीं होता है शरीर में उठे किसी भी दर्द का कारण समान नहीं हो सकता है। उसके कारण हमेशा अलग-अलग होते हैं और इसके लिए आपको एक अनुभवी पेन फिजिशियन की आवश्यकता होती है। एक अनुभवी पेन फिजिशियन ही आपके शरीर के दर्द को पहचान कर उसका सटीक कारण बता सकता है।

डायग्नोसिस

जब भी हमें दर्द महसूस होता है और हम डॉक्टर के पास जाते हैं तब हमें सबसे पहले इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि डॉक्टर अनुभवी पेन फिजिशियन ही हो। पेन फिजीशियन दर्द के एक्सपर्ट होते हैं जो कि दर्द के कारण का पता लगाते हैं। आपके पेन फिजीशियन सबसे पहले आपके शरीर को डायग्नोज करते हैं और अगर जरूरत हो तो कुछ जरूरी जांचें भी कराने को कहते हैं। इस डायग्नोसिस के पीछे यही कारण होता है कि दर्द क्या जो भी कारण है उसका सही तरीके से पता लगाया जा सके। जब दर्द के कारण का सही तरीके से पता लगाया जा सकेगा तभी उसका ठीक तरीके से इलाज हो सकेगा। अगर दर्द एक साधारण दर्द है तब वह कुछ दवाइयों से ही ठीक हो जाता है लेकिन अगर उसके पीछे कोई बड़ा कारण होता है तब पेन फिजिशियन उस कारण का पता लगाकर उसका निवारण करने की कोशिश करते हैं।

मिनिमली इनवेसिव टेक्निक

मिनिमली इनवेसिव टेक्निक का इस्तेमाल क्रॉनिक पेन को ठीक करने के लिए किया जाता है। क्रॉनिक पेन वह पेन होता है जो कि 3 महीने से ज्यादा दिन तक आपके शरीर में रहता है यानी कि अगर आपको अपने शरीर में किसी भी जगह दर्द हो रहा है और उस दर्द को होते हुए 3 महीने से ज्यादा हो चुके हैं तब वह पेन क्रॉनिक पेन होता है और इस क्रॉनिक पेन को ठीक करने के लिए मिनिमली इनवेसिव तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। मरीज के शरीर में उठे दर्द के कारण को परमानेंटली ठीक करने के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।

मिनिमली इनवेसिव टेक्निक एक ऐसी तकनीक है जिसमें कि बिना किसी चिरफाड़ के मरीज के दर्द का इलाज किया जाता है। इस तकनीक का इस्तेमाल करके ऑपरेशन करने में खून का बहाव भी कम होता है साथ ही मरीज को 1 से 2 दिन में ही अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है। मिनिमली इनवेसिव तकनीक द्वारा मरीज का ऑपरेशन करने पर दर्द ना के बराबर होता है और बहुत ही छोटे चीरे पिनहोले जो कि जल्द ही ठीक हो जाते हैं। मरीज को पेन होने पर 90% केस ऐसे होते हैं जिनमें की सर्जरी की आवश्यकता नहीं होती है लेकिन कुछ केस जो कि ज्यादा ही गंभीर होते हैं तब ही सर्जरी की आवश्यकता पड़ती है और सर्जरी भी बिल्कुल छोटी सी माइक्रोस्कोपिक होती है जिससे कि कुछ दिनों में ही मरीज बिल्कुल स्वस्थ हो जाता है।

अगर आपको शरीर में कहीं भी दर्द की समस्या है तो आप एक एक्सपर्ट पेन फिजिशियन से ही सलाह लें। एक एक्सपर्ट पेन फिजिशियन से इलाज कराने पर आपको हमेशा के लिए दर्द से राहत मिल सकती है।